हरियाणा सरकार का नया जुमला
हरियाणा सरकार ने प्रदेश के युवाओं को ग्रुप सी व डी के लिए होने वाले टैस्ट की coaching देने का फैसला किया है। इससे पहले भी सरकार युवाओं को HTET के लिए कोचिंग दिलवा चुकी हैं। लेकिन सरकार के ऐसे फैसले से कितने युवाओं को फायदा मिला है ये तो सब जानते हैं। दूसरे सरकार ने अभी तक यह भी नहीं बताया कि इससे पहले कोचिंग लेने वाले कितने युवाओं को सरकार के इस फैसले से लाभ मिला है। ऐसे फैसले से युवाओं को लाभ मिले या ना मिले लेकिन सरकार जिस इंस्टीट्यूट से कोचिंग देने का करार करती है उसे तो फायदा मिल ही जाता है।
यूं अगर देखा जाए तो पूरे देश में ही बेरोजगारी आज चरम पर पहुंच चुकी है। पिछले 5 साल में बेरोजगारी में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है। CORONA संकट ने हालात और भी बदतर कर दिए हैं। सरकार सरकारी नौकरियों में लगातार कटौती करती जा रही है। सरकार मुनाफे वाले PSU को भी निजीकरण की ओर धकेल रही है। मतलब साफ है सरकार धीरे धीरे हर काम को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर चुकी है। प्राइवेट सेक्टर में भी रोजगार लगातार घट रहे हैं। AUTOMATION के कारण बहुत सी नौकरियां खत्म हो रही है।
शिक्षा, स्वास्थ्य मूलभूत सुविधाओं वाले विभागों में भी सरकार कर्मचारियों को ठेके पर रख रही है या बहुत से कार्यों को प्राइवेट कंपनियों से करवा रही है। हरियाणा में HTET पास युवाओं कि संख्या 90 हजार के करीब है और बहुत से HTET पास युवाओं के CERTIFICATE की VALIDITY खत्म हो चुकी है। ये युवा कोई दूसरा काम भी करने की स्थिति में भी नहीं रहे हैं क्योंकि इनको फिर से HTET की परीक्षा की तैयारी करनी है।
बेरोजगारी की हालत ये है की ग्रुप डी के लिए MSC, MPHIL और पीएचडी तक युवा इसके लिए अप्लाई करते हैं। हर Dept. में हजारों की संख्या में पद खाली पड़े हुए हैं लेकिन सरकार कोई भर्ती नहीं कर रही है। अब ऐसे में ये कोचिंग कितनी काम आएगी ये तो आने वाला समय ही बताएगा।

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